क्रॉस वर्ड 1 इस शहर के सड़कों पे चलते चलते ना जाने कितनी नज़्मों की करतूतें बुने हैं हमने ; बाँकी शहरों से अलग थलग है ये बाँकी शहरों में जाता हूँ तो बार रेस्टोरेंट मॉल घूमता हूँ इस शहर जब भी आता हूँ क्रॉस वर्ड जरूर जाता हूँ | ये पब की करिश्माओं का शहर नहीं ये लफ़्ज़ों की रूमानी का शहर है | ये मेरा शहर नहीं है | ये मेरे रोमांस का शहर है | क्रॉस वर्ड 2 मैंने बड़े ही अदबी जबान में लगभग हमउम्र से सख्स से पूछा " सर, हिंदी सेक्शन किधर है ? " "उधर देखिये " चेतन भगत और मेलुआह का अनूदित जखीरा घुटने तक आ रहा था | कोई हाफ गर्लफ्रेंड छाती तक आ रही थी और बेचारा मैला आँचल दबा कुचला सा पड़ा था नन्हे कोने में || मैंने फिर पूछा " सर हिंदी काव्य सेक्शन किधर है ?" वो मुस्कराया कुछ बोला नहीं | और फिर थोड़ा ठहर के बोला " हिंदी काव्य का क्रॉस वर्ड यहाँ नहीं है |" गर ये मेरे रोमांस का शहर नहीं होता तो मैं उसे जरूर बताता हिंदी काव्य का क्रॉस वर्ड कहाँ है ? क्रॉस वर्ड 3 इतना तो तय है हिंदी काव्य इतनी भी कमसीन नहीं जो सिलवटों...
|शौक-ए-दीदार अगर है तो नज़र पैदा कर |