* For Sarang and Anshul
हर एक क्लिक से बनते बिगड़ते
शीशे के कुछ तहखाने
सारील के कुछ दरवाजे
वो खींच रहा है
गोल चौकोर परिधियों में जब्त
अरमानों की शोख अदाएं |
कल्पना का एक समंदर
उम्मीदों की कुछ बुनियादें
वो खींच रहा है
छोटे बड़े व्यास के ईर्द गिर्द
चंद आरी तिरछी रेखाएं |
सारील : A type of wood
परिधियों : Perimeter
बुनियादें : Base of building
व्यास : Diameter
रेखाएं : Lines
हर एक क्लिक से बनते बिगड़ते
शीशे के कुछ तहखाने
सारील के कुछ दरवाजे
वो खींच रहा है
गोल चौकोर परिधियों में जब्त
अरमानों की शोख अदाएं |
कल्पना का एक समंदर
उम्मीदों की कुछ बुनियादें
वो खींच रहा है
छोटे बड़े व्यास के ईर्द गिर्द
चंद आरी तिरछी रेखाएं |
सारील : A type of wood
परिधियों : Perimeter
बुनियादें : Base of building
व्यास : Diameter
रेखाएं : Lines
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