वो जो कुछ तस्वीरें
हमने साथ साथ खींची थी
इस उम्मीद से की
एक दिन इसे पब्लिक करेंगे;
अब इन तस्वीरों से गुनाह की बू आती है |
तुम जो मुझे
मासूम समझते हो जाना
तुमने देखा नहीं है
मुझे क़त्ल करते हुए |
***************************************************
नींद आती है
करवटें बदलती हैं
कुछ कुछ नींद जैसी ही आती है
नींद नहीं आती |
चलती रहती हो तुम
आँखों के तले
किसी सिनेमा के रील की तरह |
हमने साथ साथ खींची थी
इस उम्मीद से की
एक दिन इसे पब्लिक करेंगे;
अब इन तस्वीरों से गुनाह की बू आती है |
तुम जो मुझे
मासूम समझते हो जाना
तुमने देखा नहीं है
मुझे क़त्ल करते हुए |
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नींद आती है
करवटें बदलती हैं
कुछ कुछ नींद जैसी ही आती है
नींद नहीं आती |
चलती रहती हो तुम
आँखों के तले
किसी सिनेमा के रील की तरह |
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