चाँद नहीं आया आज |
सोचता हूँ इंतजार करूँ ;
और जब आये , जम के तकरार करूँ
या फिर आँखें बंद कर लूँ
अपने चाँद के आगोश में सो जाऊं
अफसाने बुनूँ , हल्का हल्का सा प्यार करूँ ||
चाँद नहीं आया आज |
सितारे भी नहीं आये
शायद बारिस आने वाली है ,खिड़कियाँ पहरेदार करूँ ||
सोचता हूँ इंतजार करूँ ;
और जब आये , जम के तकरार करूँ
या फिर आँखें बंद कर लूँ
अपने चाँद के आगोश में सो जाऊं
अफसाने बुनूँ , हल्का हल्का सा प्यार करूँ ||
चाँद नहीं आया आज |
सितारे भी नहीं आये
शायद बारिस आने वाली है ,खिड़कियाँ पहरेदार करूँ ||
superb :-)
ReplyDeletethanks ..anonymous .
ReplyDeleteआया था तुम्हारे खिड़की पर,
ReplyDeleteअपने यमनिक को चीर कर,
बारिश की बूंदों से लड़ झगरकर,
सिर्फ तुम्हे निहारने को, दुलारने को |
किन्तु तुमने तो डाल रखे थे पहरेदार,
और मूँद ली थी आँखें यह मानकर ,
की चाँद नहीं आया आज ,
और तारें भी हैं नाराज़ |
meaning of यमनिक ?
Deleteयमनिका actually
Deletemeans veil
bahut khoob ..mujhe ddlj ki wo geet yaad aa gayi ... " jab dil ne tujhko dekhna chaha dur tu jaa chuka thha"
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