थैंक्यू ब्लॉग
रिश्तों के बदलते समीकरण को समझते समझते इतना तो समझ आ गया है की वो आदमी जिसको मैं जानता था , वो आदमी अब कहीं नहीं हैं | सोशल मीडिया ने काफी कुछ बेहतर कर दिया है | ट्विटर पे हैंडल चेंज कर के बर्थडे बॉय बना दो , तो 50 टेक्स्ट आ जाते हैं : काफी कुछ आ जाता हैं , अनजान इश्क़ , नयी उम्मीदें , सपनों को जीने की इजाजत और पता नहीं क्या क्या |मुझे मालुम नहीं , इसमें से कितने फॉर्मेलिटी के टेक्स्ट हैं , खैर पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले झूठा ही सही |
हाँ , ये बात भी हैं फेसबुक पर बधाइयों का सैलाब काम हुआ हैं , फेसबुक वाले उतर कर व्हाट्सएप्प पे आ गए हैं ; व्हाट्सएप्प आपसी संवेदनाओं के अभिव्यक्ति का बेहतर माध्यम बन के उभरा हैं |
लेटर वेटर का जमाना रहा नहीं ; सरप्राइज भी अमेज़न से आने लगे हैं | खैर जो भी हैं , उम्दा हैं , सेक्सी हैं और जितना हैं काफी हैं |
धन्यवाद दोस्तों |
हम एक दूसरे के उम्मीद के सफर में काम आएं , इससे बेहतर क्या हो सकता हैं ?
रिश्तों के बदलते समीकरण को समझते समझते इतना तो समझ आ गया है की वो आदमी जिसको मैं जानता था , वो आदमी अब कहीं नहीं हैं | सोशल मीडिया ने काफी कुछ बेहतर कर दिया है | ट्विटर पे हैंडल चेंज कर के बर्थडे बॉय बना दो , तो 50 टेक्स्ट आ जाते हैं : काफी कुछ आ जाता हैं , अनजान इश्क़ , नयी उम्मीदें , सपनों को जीने की इजाजत और पता नहीं क्या क्या |मुझे मालुम नहीं , इसमें से कितने फॉर्मेलिटी के टेक्स्ट हैं , खैर पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले झूठा ही सही |
हाँ , ये बात भी हैं फेसबुक पर बधाइयों का सैलाब काम हुआ हैं , फेसबुक वाले उतर कर व्हाट्सएप्प पे आ गए हैं ; व्हाट्सएप्प आपसी संवेदनाओं के अभिव्यक्ति का बेहतर माध्यम बन के उभरा हैं |
लेटर वेटर का जमाना रहा नहीं ; सरप्राइज भी अमेज़न से आने लगे हैं | खैर जो भी हैं , उम्दा हैं , सेक्सी हैं और जितना हैं काफी हैं |
धन्यवाद दोस्तों |
हम एक दूसरे के उम्मीद के सफर में काम आएं , इससे बेहतर क्या हो सकता हैं ?
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